On Page SEO क्या है और कैसे करें – What is On Page SEO?

जैसा कि मैंने आपको पहले ही SEO क्या है ( Read this blog SEO क्या है ) उसके बारे में Details में जानकारी दी थी और Types of SEO – पहला On Page SEO दूसरा Off Page SEO लेकिन आपको एक नाम और सुनने को मिल सकता है, Technical SEO इसमें हम कुछ Technical points देखते हैं जैसे कि robot.txt file upload करना और sitemap.xml पेज बनाना, इन्ही सब चीजों को Technical SEO कहते हैं पर आप ये सारे काम On page SEO में भी कर सकते हैं, मैंने दोनों SEO के बारे में थोड़ी-थोड़ी जानकारी भी दी थी, अगर आपने उसे नहीं पढ़ा तो एक बार पढ़ लीजिये तभी ये blog clear होगा ( SEO क्या है )।

इस Blog में अब हम सिर्फ On Page SEO के बारे में जानेंगे कि कैसे इसे किया जाता है, इसमें हम एक-एक points को Details में देखेंगे, जुड़े रहिए इस blog के साथ तो चलिए शुरू करते हैं…

On Page को हम इसलिए optimize करते हैं ताकि search engine में हमारे webpage की ranking improve हो सके और ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक हमारी वेबसाइट पर आ सके।

on page SEO में जो सबसे important है वह है content आपकी वेबसाइट का content ‘quality content’ होना चाहिए quality content का मतलब यही होता है कि आपका content user और google दोनों को अच्छा लगना चाहिए और content में keyword का इस्तेमाल सही जगह पर किया जाना चाहिए।

On page SEO Activities

On page SEO को Optimize करते समय कुछ important points को ध्यान में रखते हैं जैसे कि

➤ Keyword

➤ Title Tags

➤ URL Structure

➤ Headings

➤ Alt Tag

➤ Website Speed

➤ Internal Linking

➤ Outbound link

➤ Meta Description

➤ Mobile Friendly (Responsive) Website

Quality Content:

इसमें से सबसे पहला point मैंने आपको बता ही दिया है content,  content आपको Simple करने की कोशिश करनी है और quality content होना चाहिए इसका मतलब यह नहीं कि आप सिर्फ Keyword पर ही ध्यान दे रहे हैं उसमें content आपका जितना ही सरल रहेगा लोगों को समझने में उतनी ही आसानी होगी अगर लोग आसानी से समझेंगे तो निश्चित ही आपकी वेबसाइट पर visit करेंगे और time spend करेंगे। सिंपल सी बात है अगर आपका content लोगों को समझ आ गया उनको अच्छा लगने लगा तो Google को अच्छा लगेगा ही लगेगा।

Keyword Research :

Keyword Research करना आपके Blog के लिए बहुत ही जरूरी है क्योंकि आपको पता कैसे चलेगा कि लोग क्या Search कर रहे हैं और क्या पढ़ना चाह रहे हैं।  मान लीजिये कि आप किसी ऐसे topic पर लिख रहे हैं जिसे कोई search ही ना कर रहें हों तो उसका क्या फायदा तो आपको Blog लिखने से पहले आपको Keyword Research करना बहुत ही जरूरी है।

Keyword Research करने के लिए हम कुछ tools का उपयोग करते हैं जैसे कि Google Keyword Planner , Ahref , SEMRush , इन tools की मदद से हम Keyword Research कर सकते हैं।  ऐसा इसलिए भी क्योंकि आप अगर किसी website का SEO कर रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इस keyword पर coemption क्या है उस पर Monthly Searches कितने हैं इन सब चीजों की जानकारी आपको होनी चाहिए।

Title:

Title को हम Meta Title के नाम से भी जानते हैं इसका SEO में बहुत ही अहम् role है, इसीलिए जब हम किसी blog को website पर post करते हैं तो हम कोशिश करते हैं कि जो हमारा मुख्य keyword है वह Meta Title के अंदर आ जाए और यह भी ध्यान में रखना होता है कि हमारा Title ज्यादा लंबा नहीं होना चाहिए Google के हिसाब से Meta Title ’60’ character का होना चाहिए पर अगर आपका Title ’60’ character के अंदर नहीं आ रहा है तो आप उसे 70 – 80 तक ले जा सकते हैं, पर ध्यान रहे जो आपका मेन keyword है वह ’60’ character के अंदर ही आना चाहिए क्योंकि ranking factor के according google ’60’ character को ही priority देगा।

URL Structure:

Website पर blog को post करते समय हमे URL Structure पर भी ध्यान देना होता है आपका URL Structure SEO-Friendly होना चाहिए जैसे कि उसमें डेस ( – ) को use किया जाना चाहिए जैसे ( https://www.techtowit.com/wordpress-web-development.php ) और आप कोशिश कीजिए कि आपके URL Structure में आपका Keyword ही हो और आपके URL की लंबाई ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

Headings:

अगर आप WordPress का use कर रहे हैं तो उसमें Post का title पहले से ही h1 (<h1>) tag होता है अगर आपने coding करके website Design किया है तो उसमें हमें Post के title को h1 tag में रखना होता है। और अपने Keyword को Post के title में जरूर रखें और ध्यान रखें कि एक Post में सिर्फ एक ही h1 tag का उपयोग करें।

Alt Tag:

Alt tag का इस्तेमाल हम images में करते हैं क्योंकि Google के bot images को read नहीं कर सकता, images को read करने के लिए वह Alt tag की मदद लेता है या कह सकते हैं कि Alt tag की सहायता से वह images को read करता है। जब हम अपने blog में अच्छी quality के images का use करते हैं तो हम चाहते हैं कि वह भी rank करें तो इसीलिए हम image को post में डालते समय वहां पर Alt tag लगा देते हैं। Alt tag में keyword भी डाल सकते हैं और image किस चीज से related है उसको भी Alt tag में mention कर सकते हैं. जैसे -<img src=”images/design.png” alt=”website designing services” />।

Website Speed:

Website की Speed  इसकी On Page SEO में बहुत ही अहम भूमिका है क्योंकि Google और User दोनों को ही Slow website नहीं पसंद है Example के लिए आप खुद ही समझ सकते हैं जैसे कि अगर आपका मोबाइल फोन या Laptop Slow चल रहा है तो हमें पसंद ही नहीं आते इसी तरह Google को भी Slow Website नहीं पसंद क्योंकि User आपकी Website पर आएगा और Website Open होने में काफी टाइम लगेगा तो वह किसी दूसरी Website पर चला जाएगा इससे Google को negative signal जाएगा। इसीलिए Website की speed अच्छी होना बहुत ही जरूरी है आप अपनी Website की Speed कुछ tools की मदद से check कर सकते हैं जैसे कि- Page Speed Insights , GTmetrix आदि।

Internal Linking :

Internal Linking भी SEO का एक important factor है जब हम अपनी वेबसाइट पर कोइ ऐसा Blog post कर रहे हो जिससे related हमने कोई और blog पहले ही publish किया हुआ है तो उस blog का link हम इस Blog में किसी keyword पर लगा सकते है इसे ही internal linking कहते है ।

इसका ranking पर भी असर पड़ता है Example के लिए मान लीजिये आपने Digital Marketing का Blog अपनी website पर publish किया है और उसका SEO अपने अच्छे से किया और वो first rank पर है और अब आपने SEO के बारे में दूसरा Blog लिखा और Digital Marketing वाले Blog में आपने SEO वाले Blog का link किसी keyword पर लगा दिया इससे क्या होगा ? आपके SEO वाले Blog की authority बढ़ जाएगी और उसकी भी ranking improve हो जाएगी।

कहने का मतलब कम rank वाले post का link high authority वाले post पर लगाने से उसकी भी ranking improve होती है।

Outbound link:

Outbound link इसे हम External Linking भी कहते है, इसका मतलब है कि  अपने किसी post का link किसी दूसरी website या post पर लगाना ही External Linking कहलाता है। इसमें हमे इस बात का भी ध्यान रखना पड़ता है कि जिस website पर आप External Linking कर रहे है वह website या post आपके post topic से related होना चाहिए। ऐसा करने से आपके post की ranking  भी improve होती है और google को भी आपके post को सही तरीके से समझने में आसानी होती है।

Meta Description :

Meta Description, SEO का एक महत्वपूर्ण भाग है, इसमें आप कह सकते है कि post का summery लिखते है जिससे google को समझ आये की आपका पोस्ट किस बारे में लिखा गया है। meta Description 160 characters का होना चाहिए पर अगर आपका sentence 160 characters में complete नहीं हो रहा है तो आप इसे बढ़ा भी सकते हैं  पर ध्यान रहे आपका keyword 160 characters के अंदर ही हो क्यों की google 160 characters के बाद के characters को priority नहीं देता।

Responsive Layout :

Website का responsive होना बहुत ही जरूरी है ताकि आपकी website किसी भी device जैसे mobile , Tablet , laptop में आसानी से open हो सके। Google search engine से 60% से अधिक traffic mobile से आता है इसीलिए website का mobile friendly होना बहुत ही जरूरी है।

Dear Friends उम्मीद है आपको On Page SEO की activities के बारे में समझ आया होगा  फिर भी अगर आपका कोई भी doubt रहता है तो आप जरूर बताइये। On Page SEO में आपको अपने content पर ज्यादा ध्यान देना है आपको content ऐसा create करना है जिसे लोग पढ़ना पसंद करें जिसे लोग सर्च कर रहें हों पहले आपको अपनी target audience समझना पड़ेगा फिर उसके  हिसाब से आपको content create करना होगा। कोई भी चीज आप शुरू कर रहें हो तो उसमे time दीजिये और धैर्य रखिये जरूर अच्छा होगा।

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